टॉप 100 प्रसिद्ध हिंदी मुहावरे | Top 100 Hindi Muhavare

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नमस्कार दोस्तों MyHindiWeb पर आपका हार्दिक स्वागत हैं। आज इस पोस्ट में हम प्रसिद्ध मुहावरे और उनका अर्थ (Hindi Muhavare Aur Arth) जानने वाले हैं। जो की आने वाले सभी प्रतियोगी परीक्षाओ के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण हैं, चाहें आप रेलवे, UPSC, पुलिस, आर्मी, या फिर कोई भी प्रतियोगी परीक्षा देने वाले है, उन सभी के लिए मुहावरे(Idioms) काफी महत्वपूर्ण विषय हैं।

Muhavare Kise Kahate Hain?

विशेष अर्थ देने वाले कथन या वाक्यांश को मुहावरा कहते हैं।

Muhavare Meaning in Hindi

मुहावरा एक वाक्यांश हैं, जिसके पूर्ण अर्थ का बोध वाक्य पूरा होने पर ही होता है।

Table of Contents

100 प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ 

दोस्तों आइये अब Top 100 Hindi Muhavare के बारे में जानते है, और सीखते है की कब और कहाँ किस मुहावरे का प्रयोग करना चाहिए।

अ अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(1) अंग अंग ढीला होना(ang ang dheela hona) – (बहुत थक जाना) दिन भर काम करने से मेरा अंग-अंग ढीला हो गया हैं।

(2) आसमान सिर पर टूटना(aasman sir par tutana) – (विपत्ति पड़ना) पिता की मृत्यु के बड्ड रमेश पर आसमान टूट पड़ा।

(3) आकाश के तारे तोड़ना(aakash ke tare todna) – (बहुत कठिन काम करना) परीक्षा में प्रथम आना आकाश के तारे तोड़ना जैसा हैं।

(4) आटे दाल का भाव मालूम होना(aate daal ka bhav maloom hona) – (कष्ट का अनुभव होना) अपने पर जिम्मेदारी आने पर ही आदमी को आटे दाल का भाव मालूम होता हैं।

(5) आग में घी डालना(aag mein ghee dalna) – (क्रोध को और बढ़ाना) बच्चों को डांटते समय अध्यापक के सामने हॅसना आग में घी डालना हैं।

(6) आस्तीन का साँप(aastin ka saanp) – (कपटी मित्र) कक्षा की शिकायत करने वाला लड़का सभी छात्रों के लिए आस्तीन का साँप हैं।

(7) आँखो का तारा(akho ka tara) – (बहुत प्यारा) प्रत्येक पुत्र अपनी माँ की आँखो का तारा होता हैं।

(8) आखें बिछाना(aankhen bichana) – (प्रेम से स्वागत करना) जनता ने प्रधानमंत्री के आने पर आखे बिछा दी।

(9) आँखे चुराना(aankhen churana) – (डरना) चोर आँखे चुराकर भाग गया।

(10) आँखे दिखाना(aankhen dikhana) – (डरना) अध्यापक बच्चों को चुप करने के लये आंखे दिखाते है।

(11) आँखो में धूल झोंकना(ankho me dhul jhokna) – (धोखा देना) डाकू, पुलिस की आँखो में धूल झोक कर भाग गया।

(12) आपे से बाहर होना(aape se bahar hona) – (गुस्से में सुध-बुध खो देना) दीपक के गली देने पर मोहन आपे से बाहर हो गया।

(13) अक्ल के घोड़े दौड़ना(akal ke ghode daudana) – (किसी बात का हल ढूँढना) देश की समस्याओ के बारे में नेता अक्ल के घोड़े दौड़ाते हैं।

(14) आग बबूला होना(aag babula hona) –  (बहुत क्रोध करना) विद्यार्थी के अनुचित बोलने पर प्राय: अध्यापक आग बबूला हो जाते हैं।

(15) आकाश पताल एक करना(aakash patal ek karna) – (बहुत परिश्रम करना) दिनेश ने प्रथम श्रेणी लाने के लिए आकाश पताल एक कर दिया।

(16) अपने पाँव पर खुद कुल्हाड़ी मरना(apne paon pe kulhadi marna) – (अपनी हानि स्वयं करना) रमेश ने स्कूल छोड़कर अपने पाँव पर खुद कुल्हाड़ी मारी।

(17) अपने मुँह मियाँ मिठ्ठू बनाना(apne muh miya mithu banna) – (अपनी बड़ाई खुद करना) बातुनी लोग अपने मुँह मियाँ मिठ्ठू बनते हैं।

(18) अपनी खिचड़ी अलग पकाना(apni khichdi alag pakana) – (सबसे अलग होकर काम करना) कक्षा में कई सारे छात्र अपनी खिचड़ी अलग पकाते हैं।

(19) अपना उल्लू सीधा करना(apna ullu sidha karna) – (अपना स्वार्थ सिद्ध करना) चतुर आदमी अपना उल्लू सीधा करना खूब जानते हैं।

(20) अंधे को दीपक दिखाना(andhe ko deepak dikhana) – (नासमझ को उपदेश देना) प्रवीण को तो समझना अंधे को दीपक दिखाना हैं।

(21) अँधेरे घर का उजाला(andhere ghar ka ujala) – (इकलौता सहारा) मोहन अपने माता-पिता के लिए अँधेरे घर का उजाला हैं।

(22) अंधे की लकड़ी(andhe ki lakadi) – (एकमात्र सहारा) प्रत्येक इकलौता पुत्र अपने माता-पिता के लिए अंधे की लकड़ी की तरह होता हैं।

(23) अक्ल का दुश्मन(akal ka dushman) – (मुर्ख) उसको समझाने पर उसे कुछ समझ में नहीं आता, क्योकि वह अक्ल का दुश्मन हैं।

(24) अंगूठा दिखाना(angutha dikhana) – (मना करना) रमेश से पुस्तक मांगने पर उसने अंगूठा दिखा दिया।

ई अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(25) ईट से ईट बजाना(it se it bajana) – (किसी को ध्वस्त करना) भारतीयों सैनिकों ने पाकिस्तान की ईट से ईट बजा दी।

(26) ईट का जवाब पत्थर से देना(it ka jawab patthar se dena) – (शत्रु का मुकाबला दृढ़ता से देना) भारतीय सेना ने पाकिस्तान को ईट का जवाब पत्थर से दिया।

(27) ईद का चाँद होना(eid ka chand hona) – (बहुत दिनों के बाद मिलना) अरे! विवेक जब से तुम्हारी शादी हुई है, तुम तो ईद का चाँद हो गए हों।

उ अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(28) उल्टी गंगा बहाना(ulti ganga bahana) – (प्रतिकूल बातें करना) हमारे नेता अपने स्वार्थ के लिए उल्टी गंगा बहा देते हैं।

ए अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(29) एक आँख से देखना(ek aankh se dekhna) – (एक समान समझना) महात्मा लोग सबको एक आँख से देखते हैं।

(30) एंच पेंच डालना(yech pech dala) – (अटकाव डालना) एंच पेंच डालकर उसने मेरा काम रोक दिया।

क अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे

(31) कफ़न सिर पर बांधना(kafan sir par bandhne) – (मरने की परवाह न करना) क्रन्तिकारी लोग सिर पर कफ़न बांध कर काम करते हैं।

(32) कलम तोड़ना(kalam todna) – (बहुत अच्छा लिखना) प्रेम चंद्र ने अपनी कहानियों में कलम तोड़ दी।

(33) कटे पर नमक छिडकना(kate par namak chidakna) – (दुःखी को और दुःखी करना) उसके फेल होने के बाद उसके साथ कटु व्यवहार करके कटे पर नमक मत छिड़को।

(34) कलेजा ठंडा करना(kaleja thanda karna) – (संतुष्ट करना) कक्षा में प्रथम श्रेणी में पास होकर ही मैंने अपना कलेजा ठण्डा किया।

(35) कागज़ी घोड़े दौड़ाना(kagji ghode daudana) – (बहुत लिखा पढ़ी करना) आजकल सरकारी काम करने वाले के लिए कागजी घोड़े दौड़ाने पड़ते हैं।

(36) कान पर जूँ न रेंगना(kaan par ju na rengna) – (तनिक भी ध्यान न देना) आज कल जनता के लिए नेताओं के कान में जूँ नहीं रेंगती हैं।

(37) कान भरना(kaan bharna) – (चुगली करना) कई छात्रों को अध्यापकों के कान भरने की आदत हैं।

(38) कानाफूसी करना(kanafusi karna) – (चुपके-चुपके बात करना) न जाने वे दोनों क्या कानाफूसी का रहे थे।

(39) काँटे बिछाना(kate bichana) – (बाधा डालना) दुष्ट लोग सदा दुसरो के रास्ते में काँटे बिछाते हैं।

(40) किताबी कीड़ा(kitabi keeda) – (सदा पढ़ने में लगे रहना) हमारी कक्षा में महेश किताबी कीड़ा हैं।

(41) कुआँ खोदना(kua khodna) – (हानि पहुंचाने की कोशिश करना) किसी भी व्यक्ति के लिए कुआँ खोदना बुरी बात हैं।

(42) कोल्हू का बैल(kolhu ka bail) – (बहुत अधिक मेहनती) मजदुर लोग कोल्हू के बैल की तरह काम करते हैं।

ख अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(43) खून का प्यासा(khoon ka pyasa) – (जान का दुश्मन) डाकुओ के गिरोह एक दूसरे के खून के प्यासे रहते हैं।

(44) खाला जी का घर(khala ji ka ghar) – (आसान काम) परीक्षा में प्रथम आना खाला जी का घर नहीं हैं।

ग अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे  

(45) गीदड़ भभकी(gidar bhabki) – (झूठी धमकी) कायर लोग सदैव गीदड़ भभकी देते हैं।

(46) गागर में सागर भरना(gagar se sagar bharna) – (थोड़े शब्दों में अधिक बात करना) विद्वान पुरुष गागर में सागर भर देते हैं।

(47) गड़े मुर्दे उखाड़ना(gade murde ukhadna) – (पुरानी बाते फिर से दोहराना) गड़े मुर्दे उखाड़ने से आपसी प्यार कम हो जाता हैं।

(48) गाल बजाना(gaal bajana) – (डींग मारना) हमे व्यर्थ की बातों में गाल नहीं बजाना चाहिए।

(49) गोबर का गणेश(gobar ka ganesh) – (मुर्ख) ननकू तो बिलकुल गोबर का गणेश हैं।

(50) गुड़ गोबर करना(gud gobar karna) – (काम बिगाड़ देना) तुम्हारे अनुचित व्यवहार ने सब गुड़ गोबर कर दिया।

(51) गुरु घंटाल(guru ghantal) – (बहुत धूर्त) गुरु घंटालो से सदैव बच कर रहना चाहिए।

(52) गुदड़ी के लाल(gudari ke lal) – (छिपा हुआ गुणी व्यक्ति) भारत वर्ष में बहुत लोग गुदड़ी के लाल हैं।

घ अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(53) घर में गंगा बहना(ghar mein ganga behna) – (सुविधा होना) आपके पिता नेता है, आपके घर में तो गंगा बह रही हैं।

(54) घड़ो पानी पड़ना(gharo pani parna) – (लज्जित होना) गुरूजी से झूठ बोलने पर रमेश पर घड़ो पानी पड़ गया।

(55) घाव पर नमक छिडकना(ghav par namak chhidakna) – (दुःख में और दुखी करना) फेल होने पर उससे कुछ कहकर घाव पर नमक मत छिड़को।

(56) घी के दिए जलाना(ghee ke diye jalana) – (खुश होना) नेताओ के घरों में आजकल घी के दिए जलते हैं।

(57) घोड़े बेच कर सोना(ghode bech ke sona) – (गहरी नींद में सोना) परीक्षा समाप्त होने पर छात्र घोड़े बेच कर सो जाते हैं।

(58) घाट घाट का पानी पीना(ghat ghat ka pani pina) – (अत्यंत अनुभवी) मोहन के पिता ने घाट-घाट का पानी पी रखा हैं।

च अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(59) चाँदी का जूता(chandi ka juta) – (रिश्वत) आज कल चाँदी के जुते से हर काम सम्भव हैं।

(60) चाँदी होना(chandi hona) – (बहुत धन प्राप्त करना) आजकल के नेताओ के घरो में थोड़े ही दिनों में चाँदी हो जाती हैं।

(61) चिराग तले अँधेरा(chirag tale andhera) – (गुण के साथ दोष) थाने के पास चोरी होना चिराग तले अँधेरा हैं।

(62) चार दिन की चांदनी(char din ki chandni) – ( अस्थाई वस्तु) धन दौलत चार दिन की चांदनी होती हैं।

(63) चुल्लु भर पानी में डूब मरना(chullu bhar pani mein doob marna) – (अत्यंत लज्जित होना) अध्यापक से झूठ बोलकर तुम्हे चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।

छ अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(64) छठी का दूध याद आना(chati ka doodh yaad aana) – (भारी संकट में पड़ना) थोड़ी सी गलती छठी का दूध याद दिला सकती हैं।

(65) छक्के छूटना(chakke chutna) – (बुरी तरह पराजित करना) क्रिकेट मैदान में पाकिस्तान के छक्के छूट गए।

(66) छाती पर साप लोटना(chati par saap lotna) – (ईर्ष्या से जलना) भारत की उन्नति देख कर पाकिस्तान की छाती पर साप लोटते हैं।

(67) छप्पर फाड़ कर देना(chppar far kar dena) – (अचानक देना) ईश्वर किसी को छप्पर फाड़ कर दे देता हैं।

ज अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे

(68) जीती मक्खी निगलना(jiti makkhi nigalna) – (जान बुझ कर गलत काम करना) हमे जीती मक्खी नहीं निगलनी चाहिए।

झ अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(69) झक मरना(jhak marna) – (व्यर्थ समय खोना) आलसी लोग घर में झक मारते हैं।

ट अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(70) टाँग अड़ाना(taang adana) – (विध्न डालना) किसी के काम में टाँग नहीं अड़ानी चाहिए।

(71) टेढ़ी खीर(edhi kheer) – (कठिन काम) आज कल सरकारी नौकरी मिलना टेढ़ी खीर हैं।

(72) टेढ़ी अंगुली से घी निकालना(tedhi ungli se ghee nikalna) – (चालाकी से काम करना) अधिक लोग टेढ़ी अंगुली से ही घी निकालते हैं।

ठ अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(73) ठन ठन गोपाल(than than gopal) – (बिलकुल कंगाल) जो स्वयं ठन ठन गोपाल है, वो दुसरो की क्या मदद करेगा?

ड अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(74) डंके की चोट कहना(danke ki chot par kahana) – (खुले आम कहना) निर्भीक लोग अपनी बात डंके की चोट पर कहते हैं।

ढ अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(75)ढाक में तीन पात(dhak me teen paat) – (कोई अंतर न होना) अंधविश्वाशी लोग ढाक के तीन पात होते हैं।

त अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(76) तारे गिनना(taare ginna) – (कष्ट पूर्वक रात बिताना) रोगी ने सारी रात तारे गिन कर काटी।

थ अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(77) थाली का बैगन(thali ka baingan) – (सिद्धांतहीन व्यक्ति) रामनिवास तो थाली का बैंगन है उसकी बातो पर विश्वास मत करना।

(78) थूक कर चाटना(thuk ke chatna) – (वचन देकर बदलना) आजकल के नेता थूक कर चाटते है।

द अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(79) दाँत खट्टे करना(dant khatte karna) – (बुरी तरह हराना) युद्ध में भारत ने पाकिस्तान के दाँत खट्टे कर दिए।

(80) दाँत दिखाना(dant dikhana) – (दीन बनना) प्राय: भिखारी लोग दाँत दिखा कर भीख मांगते हैं।

(81) दाँतो तले अँगुली दबाना(danto tale ungli dabana) – (आश्चर्यचकित रहना) ताजमहल की सुंदरता को देख कर लोग दाँतो तले अंगुलिया दबा लेते हैं।

(82) दाल न गलना(dal n galna) – (काम न बनाना) आजकल दफ्तरों में साधारण आदमी की दाल नहीं गलती हैं।

(83) दूध का दूध पानी का पानी करना(doodh ka doodh pani ka pani) – (पूरा-पूरा न्याय करना) गांव में पांचो ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया।

(84) दूध की मक्खी(dudh ki makhi) – (खटकने वाला) उनको पार्टी से दूध की मक्खी की तरह अलग कर दिया।

(85) दाल में काला होना(daal me kala hona) – (संदेह की बात होना) साफ़-साफ़ क्यों नहीं बताते की दाल में कुछ काला हैं।

न अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(86) नानी याद आना(nani yaad aana) – (होश ठिकाने आना) जिम्मेदारी सिर पर आने के बाद नानी याद आ जाती हैं।

(87) नो दो ग्यारह होना(no do gyarah hona) – (भाग जाना) छुट्टी होते ही छात्र विद्यालय से नौ दो ग्यारह हो गए।

प अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(88) पेट में चूहे कूदना(pet me chuhe kudna) – (बहुत भूख लगना) स्कूल से घर आकर बच्चों के पेट में चूहे कूदने लगते हैं।

ब अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(89) बाल की खाल निकलना(baal ki khaal nikalna) – (छोटी-छोटी बात को खींचना) लोक सभा में विपक्ष दाल बाल की खाल निकलते हैं।

भ अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(90) भीगी बिल्ली बनाना(bhigi billi banana) – (डर कर दब जाना) कक्षा में अध्यापक के आते ही सारे बच्चे भीगी बिल्ली बन जाते हैं।

म अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(91) मिट्टी का माधो(mitti ka madho) – (मुर्ख) आनंद मिट्टी का माधो हैं।

(92) मुँह में पानी भर आना(muh me pani bhar aana) – (जी ललचाना) लालजी को मिठाई खाते देखकर महेश के मुँह में पानी आ गया।

र अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(93) रंग में भंग पड़ना(rang me bhang padna) – (ख़ुशी में बाधा पड़ना) टीवी के कार्यक्रम देखते समय बिजली चले जाने पर रंग में भंग पड़ जाता हैं।

ल अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(94) लाल पीला होना(lal pila hona) – (गुस्सा होना) बच्चों का शोर सुनने के बाद अध्यापक लाल पीला हो गए।

(95) लोहे के चने चबाना(lohe ke chane chabana) – (कठिन काम करना) हिमालय पर्वत पर चढ़ना लोहे के चने चबाना जैसा हैं।

श्र अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(96) श्री गणेश करना(shree ganesh karna) – (अच्छी शुरुआत करना) आज हम अपनी नई दुकान का श्री गणेश कर रहे हैं।

ह अक्षर से शुरू होने वाले मुहावरे 

(97) हवा से बाते करना(hawa se baten karna) – (बहुत तेज दौड़ना) रेस कोर्स पर गाड़ी हवा से बाते करती हैं।

(98) हवाई किले बनाना(hawai kile banana) – (झूठे मनोरथ करना) आज कल के नेता जनता के लिए हवाई किले बनाते हैं।

(99) हाथ बाँटना(haath batana) – (सहायता करना) हमे अपने घर के कामो में भी हाथ बाँटना चाहिए।

(100) होश उड़ जाना(hosh ud jana) – (घबरा जाना) राहुल ने जब अपने परीक्षा का रिजल्ट देखा, तो उसके होश उड़ गए।

FAQS : Hindi Muhavare

Q : बहुत क्रोध आना का मुहावरा क्या होगा?

Ans : खून सवार होना।

Q : आश्चर्यचकित होना कौन सा मुहावरा हैं?

Ans : दंग रह जाना।

Q : मुहावरे का अर्थ क्या होगा?

Ans : मुहावरे का अर्थ है बातचीत करना या उत्तर देना।

Q : मुहावरे का प्रयोग कहाँ पर होता हैं?

Ans : मुहावरे का प्रयोग प्रसंग में होता हैं।

Q : ठोकर लगना मुहावरे का क्या अर्थ हैं?

Ans : नुकसान उठाना।

Q : फुला न समान मुहावरे का अर्थ क्या हैं?

Ans : अत्यधिक ख़ुश होना।

Q : दिल टूटना मुहावरे का क्या अर्थ है?

Ans : बहुत कष्ट का सामना करना।

Q : मुँह मोड़ना मुहावरा क्या होगा?

Ans : तिरस्कार करना।

Q : मुँह ताकना मुहावरा का क्या अर्थ हैं?

Ans : दुसरो पर आश्रित होना।

Q : आस्तीन का साप मुहावरे का अर्थ क्या हैं?

Ans : कपटी मित्र।

Q : हाथ का मैला मुहावरे का अर्थ क्या हैं?

Ans : तुच्छ वस्तु।

 

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